भाई लहना वाक्य
उच्चारण: [ bhaae lhenaa ]
उदाहरण वाक्य
- सनातनी मत की अपनी आध्यात्मिक माता के प्रभाव से भाई लहना जी दुर्गा की पूजा करते थे।
- सनातनी मत की अपनी आध्यात्मिक माता के प्रभाव से भाई लहना जी दुर्गा की पूजा करते थे।
- गुरु साहिब ने अपने अंतिम समय में रचडूर के भाई लहना, जो उनका प्रेमी व सच्चा सिख था, को अंत में गुरु गद्दी सौंपी थी।
- गुरु नानक साहिब ने अपने अंतिम समय भाई लहना को अंगद के नाम से संबोधित करते हुए कहा कि सब तरफ खबर भेज दो कि गुरु जी अंतिम सफर की तैयारी में हैं।
- गुरू अंगद साहिब जी (भाई लहना जी) का जन्म हरीके नामक गांव में, जो कि फिरोजपुर, पंजाब में आता है, वैसाख वदी 1, (पंचम् वैसाख) सम्वत 1561 (31 मार्च, 1504) को हुआ था।
- गुरू अंगद साहिब जी (भाई लहना जी) का जन्म हरीके नामक गांव में, जो कि फिरोजपुर, पंजाब में आता है, वैसाख वदी १, (पंचम् वैसाख) सम्वत १५६१ (३१ मार्च, १५०४) को हुआ था।
- गुरू अंगद साहिब जी (भाई लहना जी) का जन्म हरीके नामक गांव में, जो कि फिरोजपुर, पंजाब में आता है, वैसाख वदी १, (पंचम् वैसाख) सम्वत १५६१ (३१ मार्च, १५०४) को हुआ था।
- एक बार भाई लहना जी ने भाई जोधा जी (सतगुर नानक साहिब के अनुयायी एक सिख) के मुख से गुरू नानक साहिब जी के शबद सुने और शब्द में कहे गए गुरमत के फलसफे से वो बहुत प्रभावित हुए।
- एक बार भाई लहना जी ने भाई जोधा जी (सतगुर नानक साहिब के अनुयायी एक सिख) के मुख से गुरू नानक साहिब जी के शबद सुने और शब्द में कहे गए गुरमत के फलसफे से वो बहुत प्रभावित हुए।
- गुरू अंगद साहिब जी (भाई लहना जी) का जन्म हरीके नामक गांव में, जो कि फिरोजपुर, पंजाब में आता है, वैसाख वदी 1, (पंचम् वैसाख) सम्वत 1561 (31 मार्च, 1504) को हुआ था।
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